How to get Marriage certificate – Marriage Registration Document

Marriage Certificate – Marriage Registration Process Explained

Marriage certificate: राज्य के नागरिकों को विवाह के बाद विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करने के संबंध में अक्सर जानकारी की आवश्यकता होती है, जिसके लिए वे कई जगहों पर पूछताछ करते हैं और ऑनलाइन जानकारी ढूंढते हैं। गुजरात विवाह अधिनियम 2006 के तहत, फॉर्म नंबर 16 के माध्यम से विवाह के बाद प्रमाण पत्र जारी किया जा सकता है।

यदि आप कानूनी रूप से विवाहिता हैं, तो आपके लिए विवाह का पंजीकरण कराना अत्यंत आवश्यक है। गुजरात राज्य में विवाह पंजीकरण के लिए 1995 का अधिनियम लागू है। आप हिंदू विवाह अधिनियम और विशेष विवाह अधिनियम 1954 दोनों का पालन कर सकते हैं। इस लेख के माध्यम से, हम आपको विस्तार से और चरणबद्ध तरीके से बताएंगे कि गुजरात राज्य के नागरिकों के लिए विवाह प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त किया जा सकता है, और इसे आसानी से प्राप्त करने के सरल तरीके समझाएंगे, जो आपके लिए विवाह प्रमाण पत्र प्राप्त करने में मददगार होंगे।”

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How to get marriage certificate - विवाह प्रमाण पत्र कैसे प्राप्त करें?

“विवाह प्रमाणपत्र प्राप्त करना क्यों महत्वपूर्ण है? (Why Marriage certificate Is Important ?)

गुजरात विवाह पंजीकरण के फायदे निम्नलिखित हैं:

  1. यदि आप विवाहित हैं, तो यह प्रमाणपत्र प्राप्त करना आपके लिए अनिवार्य है।
  2. सरकार द्वारा वैध विवाह प्रमाणपत्र एक ऐसा दस्तावेज है जिसे दंपत्ति यह प्रमाणित करने के लिए उपयोग कर सकते हैं कि वे कानूनी रूप से विवाहित हैं।
  3. इसे संयुक्त बैंक खाता खोलने और उसे प्रबंधित करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
  4. विवाह प्रमाणपत्र को जीवन बीमा, बैंक डिपॉजिट या म्यूचुअल फंड क्लेम तथा रिफंड प्राप्त करने के लिए कानूनी दस्तावेज के रूप में माना जाता है।
  5. यदि विवाह में कोई विवाद उत्पन्न हो, तो इसे एक महत्वपूर्ण प्रमाण के रूप में पेश किया जा सकता है।”

विवाह प्रमाण पत्र बनाने के लिए जरुरी दस्तावेज (impotant Documents for Marriage certificate ) 

  1. वर-वधु [पति-पत्नी] के आधार कार्ड वह जन आधार कार्ड 
  2. वर-वधु [पति-पत्नी] के जन्म दिनांक प्रमाणीकरण का दस्तावेज – जैसे : जन्म प्रमाण पत्र/ स्कूल TC / स्कूल प्रमाण पत्र आदि 
  3. वर-वधु का शपथ पत्र 
  4. वर के गवाह का शपथ वह आईडी कार्ड (मय नोटरी सत्यापित एवं नोटरी टिकट) 
  5. वधु के गवाह का शपथ पत्र वह आईडी कार्ड (मय नोटरी सत्यापित एवं नोटरी टिकट)
  6. पंडित /काजी का शपथ पत्र वह आईडी कार्ड (मय नोटरी सत्यापित एवं नोटरी टिकट)
  7. ऑनलाइन भरा हुआ आवेदन फॉर्म 
  8. वर-वधु [पति-पत्नी] का सयुक्त फोटो 

Everything You Need to Know About Marriage Certificates

“विवाह प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन कैसे करें आपको विवाह प्रमाण पत्र के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज़ सही रूप में ऑनलाइन प्रस्तुत करने होते हैं। विवाह प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया जानने के लिए नीचे दिए गए वीडियो को जरूर देखें। इस वीडियो में आपको विवाह प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की पूरी जानकारी मिलेगी।

विवाह प्रमाण पत्र का सत्यापन कैसे करें ऑनलाइन फॉर्म भरने के बाद, वर और वधु को संबंधित रजिस्ट्रार के समक्ष उपस्थित होना आवश्यक होता है। इसके साथ सभी दस्तावेज़, शपथ पत्र और फॉर्म पेश करना होते हैं। इसके बाद पंजीकरण अधिकारी आपका विवाह प्रमाण पत्र जारी कर देगा, जिसे आप ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं।

रजिस्ट्रार कौन होते हैं? यदि हम रजिस्ट्रार की बात करें, तो ग्रामीण क्षेत्र के लिए ग्राम विकास अधिकारी और शहरी क्षेत्र के लिए अधिशासी अधिकारी रजिस्ट्रार होते हैं।

विवाह प्रमाण पत्र को ऑनलाइन कैसे डाउनलोड करें जब आपका विवाह प्रमाण पत्र तैयार हो जाता है, तो आप इसे ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। विवाह प्रमाण पत्र ऑनलाइन डाउनलोड करने की प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया नीचे दिए गए वीडियो को देखें।”

विवाह प्रमाण पत्र के उपयोग (Uses of Marriage Certificate)

  1. नाम बदलवाने के लिए: यदि शादी के बाद आपको अपना नाम बदलवाना हो, तो विवाह प्रमाण पत्र का उपयोग यह साबित करने के लिए किया जाता है कि आपने विवाह किया है और आपका नाम बदलना वैध है।
  2. पासपोर्ट बनाने में: विवाह प्रमाण पत्र का उपयोग पासपोर्ट बनवाने में भी किया जा सकता है, खासकर यदि शादी के बाद नाम में बदलाव हुआ हो या यदि विवाह प्रमाण पत्र के आधार पर पारिवारिक स्थिति को साबित करना हो।
  3. सामाजिक सुरक्षा लाभ: कई सरकारी योजनाओं और लाभों में, जैसे पेंशन, बीमा, आदि में पति या पत्नी के संबंध को साबित करने के लिए विवाह प्रमाण पत्र आवश्यक होता है।
  4. बैंक खातों में बदलाव: शादी के बाद बैंक खातों में नाम बदलवाने के लिए विवाह प्रमाण पत्र का उपयोग किया जाता है।
  5. दायित्वों और अधिकारों को साबित करने के लिए: यदि किसी व्यक्ति को न्यायालय में अपनी पत्नी या पति के साथ संबंध साबित करना हो, तो विवाह प्रमाण पत्र एक कानूनी दस्तावेज़ के रूप में उपयोग किया जाता है।
  6. हाउसिंग लोन में आवेदन: कई बार हाउसिंग लोन के लिए आवेदन करते समय, बैंक विवाह प्रमाण पत्र की मांग करते हैं, ताकि पति-पत्नी दोनों के नाम पर लोन की प्रक्रिया की जा सके।
  7. माइग्रेशन और विदेशी यात्रा: यदि किसी को विदेश यात्रा करने के लिए वीजा की आवश्यकता हो, तो विवाह प्रमाण पत्र यह साबित करने में सहायक होता है कि वे शादीशुदा हैं और परिवार को साथ ले जा रहे हैं।
  8. विरासत के अधिकार: विवाह प्रमाण पत्र का उपयोग परिवार के सदस्यों के बीच संपत्ति की विरासत अधिकारों को साबित करने में भी किया जाता है।

ये कुछ प्रमुख उदाहरण हैं जहाँ विवाह प्रमाण पत्र का उपयोग किया जाता है।

विवाह प्रमाण पत्र न बनवाने के नुकसान (Disadvantages of Not Having a Marriage Certificate):

  1. कानूनी अधिकारों में कमी: विवाह प्रमाण पत्र न होने से पति-पत्नी को कानूनी अधिकारों का लाभ नहीं मिल पाता है, जैसे कि संपत्ति के अधिकार, पेंशन, और बीमा लाभ। बिना प्रमाण पत्र के, दोनों के बीच के कानूनी संबंध को साबित करना मुश्किल हो सकता है।
  2. सामाजिक और सरकारी लाभ से वंचना: बहुत सी सरकारी योजनाओं और सामाजिक लाभों में विवाह प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। बिना विवाह प्रमाण पत्र के, आप इन योजनाओं का लाभ नहीं ले सकते हैं, जैसे कि परिवार कल्याण योजनाएं, स्वास्थ्य सेवाएं, आदि।
  3. नाम बदलने में समस्या: शादी के बाद नाम बदलवाने में विवाह प्रमाण पत्र आवश्यक होता है। अगर यह प्रमाण पत्र नहीं है, तो बैंक खाते, पासपोर्ट, और अन्य दस्तावेजों में नाम में बदलाव करना मुश्किल हो सकता है।
  4. हाउसिंग लोन और बैंकिंग सुविधाओं में कठिनाई: हाउसिंग लोन, बैंक लोन, और अन्य वित्तीय सुविधाओं के लिए विवाह प्रमाण पत्र की आवश्यकता होती है। बिना इसे प्राप्त किए, आपको कई बैंकिंग और लोन सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पाता।
  5. विरासत के अधिकारों में अड़चन: अगर किसी को संपत्ति या विरासत का अधिकार प्राप्त करना हो, तो विवाह प्रमाण पत्र की जरूरत होती है। बिना विवाह प्रमाण पत्र के, कानूनी रूप से यह साबित करना मुश्किल हो सकता है कि आप उस संपत्ति के हकदार हैं।
  6. प्रवास और वीजा आवेदन में मुश्किलें: विवाह प्रमाण पत्र न होने से, अगर परिवार के साथ विदेश यात्रा करने का प्लान है, तो वीजा आवेदन में समस्याएं आ सकती हैं। कई देशों में पति-पत्नी के संबंध को प्रमाणित करने के लिए विवाह प्रमाण पत्र आवश्यक होता है।
  7. पारिवारिक विवादों में समस्याएं: अगर किसी कारण से पारिवारिक विवाद उत्पन्न होता है और कानूनी कार्यवाही की आवश्यकता होती है, तो विवाह प्रमाण पत्र न होने से आपको कानूनी दस्तावेजों के अभाव में कठिनाई हो सकती है।
  8. धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान में कमी: विवाह प्रमाण पत्र से आप अपनी शादी की सामाजिक और सांस्कृतिक स्थिति को भी साबित कर सकते हैं। बिना इसके, शादी की वैधता पर सवाल उठ सकते हैं, जो समाज में आपके सम्मान को प्रभावित कर सकता है।

इन सभी कारणों से विवाह प्रमाण पत्र का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि आपको कानूनी, सामाजिक और वित्तीय समस्याओं का सामना न करना पड़े।

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